'कबाली' को मिली अपार सफलता
शुक्रवार को देश के अनेक सिनेमाघरों में सुबह 02:00 बजे से ही अपार भीड थी। 300 रुपए का टिकट 3000 रुपए में बिक रहा था। लोग लंदन, अमेरिका, मलेशिया, इण्डोनेशिया पता नहीं किस-किस देश से भारत के सिनेमाघरों में पहला शो देखने के लिए आ रहे थे। कहते हैं कि एयरलाइन्स ने भी किराया बढ़ा दिया था। अमूमन पहला शो दोपहर 12:00 बजे से चालू होता है, परन्तु 22 जुलाई को पहला शो सुबह 2-3 बजे ही चालू हो गया। सिनेमाघरों में उत्सव का माहौल था।
यह नजारा 22 जुलाई को रिलीज हुई रजनीकान्त की 'कबाली' के लिए था। इस फिल्म की एक दिन की कमाई ने सारे रिकॉर्ड तोड दिए। वहीं दूसरी ओर रजनीकान्त अपनी फिल्म का स्वयं प्रमोशन नहीं करते। आजकल उत्तर भारत के सभी अभिनेता चाहे वे अमिताभ बच्चन हों अथवा सलमान या आमिर हों, सभी अपनी-अपनी फिल्मों का प्रमोशन न केवल विभिन्न शहरों में जाकर वरन् टेलीविजन आदि पर करते हैं। फिल्म का प्रमोशन न करते हुए भी कबाली की सफलता का राज़ रजनीकान्त के स्टारडम में ही है। पिछले तीन दिनों से सिनेमाहॉलों पर लोग रजनीकान्त के कटआउट या पोस्टर पर फूल चढा रहे हैं। ढोल-नगाडे बजा रहे हैं। कुछ तो उस पर दूध से स्नान करवा रहे थे। ऐसा स्टारडम देश-विदेश में किसी का नहीं है। जानकार मानते हैं कि रजनीकान्त जैसा स्टारडम न पहले कभी हुआ और न आगे कभी होगा।
रजनीकान्त वर्तमान में शनि महादशा में गुरु की अन्तर्दशा में बुध की प्रत्यन्तर्दशा के प्रभाव में हैं। बुध उनकी जन्मकुण्डली में एकादशेश धनेश होकर पंचम भाव में शुक्र के साथ स्थित है। इस प्रकार प्रत्यन्तर्दशानाथ बुध सफलता एवं आय प्राप्ति का कारक बन रहा है। अपार सफलता नक्षत्रेश शुक्र के साथ प्रत्यन्तर्दशानाथ बुध की युति के कारण है, क्योंकि शुक्र लग्न एवं पंचम भाव का नक्षत्रेश है और पंचम भाव में ही स्थित है। दोनों एकादश भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं।
शुक्रवार को देश के अनेक सिनेमाघरों में सुबह 02:00 बजे से ही अपार भीड थी। 300 रुपए का टिकट 3000 रुपए में बिक रहा था। लोग लंदन, अमेरिका, मलेशिया, इण्डोनेशिया पता नहीं किस-किस देश से भारत के सिनेमाघरों में पहला शो देखने के लिए आ रहे थे। कहते हैं कि एयरलाइन्स ने भी किराया बढ़ा दिया था। अमूमन पहला शो दोपहर 12:00 बजे से चालू होता है, परन्तु 22 जुलाई को पहला शो सुबह 2-3 बजे ही चालू हो गया। सिनेमाघरों में उत्सव का माहौल था।
यह नजारा 22 जुलाई को रिलीज हुई रजनीकान्त की 'कबाली' के लिए था। इस फिल्म की एक दिन की कमाई ने सारे रिकॉर्ड तोड दिए। वहीं दूसरी ओर रजनीकान्त अपनी फिल्म का स्वयं प्रमोशन नहीं करते। आजकल उत्तर भारत के सभी अभिनेता चाहे वे अमिताभ बच्चन हों अथवा सलमान या आमिर हों, सभी अपनी-अपनी फिल्मों का प्रमोशन न केवल विभिन्न शहरों में जाकर वरन् टेलीविजन आदि पर करते हैं। फिल्म का प्रमोशन न करते हुए भी कबाली की सफलता का राज़ रजनीकान्त के स्टारडम में ही है। पिछले तीन दिनों से सिनेमाहॉलों पर लोग रजनीकान्त के कटआउट या पोस्टर पर फूल चढा रहे हैं। ढोल-नगाडे बजा रहे हैं। कुछ तो उस पर दूध से स्नान करवा रहे थे। ऐसा स्टारडम देश-विदेश में किसी का नहीं है। जानकार मानते हैं कि रजनीकान्त जैसा स्टारडम न पहले कभी हुआ और न आगे कभी होगा।
रजनीकान्त वर्तमान में शनि महादशा में गुरु की अन्तर्दशा में बुध की प्रत्यन्तर्दशा के प्रभाव में हैं। बुध उनकी जन्मकुण्डली में एकादशेश धनेश होकर पंचम भाव में शुक्र के साथ स्थित है। इस प्रकार प्रत्यन्तर्दशानाथ बुध सफलता एवं आय प्राप्ति का कारक बन रहा है। अपार सफलता नक्षत्रेश शुक्र के साथ प्रत्यन्तर्दशानाथ बुध की युति के कारण है, क्योंकि शुक्र लग्न एवं पंचम भाव का नक्षत्रेश है और पंचम भाव में ही स्थित है। दोनों एकादश भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं।
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